टेंशन लेने की वजह से हमारे सिर में दर्द की समस्या ज्यादा बढ़ जाती है और ये टेंशन कई बार हमारे द्वारा ज्यादा काम करने या एक साथ कई कार्यो को करने कि वजह से होता है। पर बहुत से लोगों के मन में यह बात घूमती है की हम कैसे पहचाने की हमारा सिर दर्द टेंशन की वजह से होता है। इसके अलावा इस टेंशन से कैसे हम खुद को बाहर निकाल सकते है इसके उपाय क्या है के बारे में हम निम्न में बात करेंगे ;
टेंशन वाले सिर दर्द के क्या कारण है ?
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सिर दर्द चेहरे, गर्दन और खोपड़ी की मांसपेशियों के संकुचन, और अत्यधिक भावनात्मक, तनाव के कारण होता है। इसके साथ ही ऑफिस, स्कूल, परिवार और रिश्तों में तनाव भी सिरदर्द का कारण है।
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तनाव सिरदर्द अनुवांशिक नहीं है। और ये समस्या तब उत्पन होती है जब हम पर्याप्त आराम न करने, गलत स्थिति में बैठने, मानसिक विकार, थकान, शरीर में आयरन की कमी, भूख न लगना, दांतों में समस्या के कारण भी सिरदर्द होता है।
आप भी टेंशन वाले सिर दर्द के कारणों से परेशान है तो इसके लिए आपको बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट लुधियाना का चयन करना चाहिए।
क्या है टेंशन वाला सिर दर्द ?
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तनाव वाला सिरदर्द सबसे आम प्रकार का सिरदर्द है जो ज्यादातर लोगों में पाया जाता है। काम का अत्यधिक तनाव, रोज़मर्रा के झगड़े और जीवन में असफलता सहित कई अन्य कारणों से तनाव बढ़ता है, जो बाद में चल के सिरदर्द का कारण बनता है।
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तनाव सिरदर्द में आंखों, सिर और गर्दन के आसपास हल्का, मध्यम या गंभीर दर्द होता है। वही कुछ लोगों को तनाव की वजह से होने वाले सिरदर्द में माथे पर कसी हुई पट्टी जैसा महसूस होता है।
टेंशन वाले सिर दर्द के कितने प्रकार है ?
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तनाव के दो प्रकार है – पहला एपिसोडिक और दूसरा क्रोनिक। बात करें एपिसोडिक तनाव सिरदर्द की तो ये 30 मिनट से एक सप्ताह तक रहता है और धीरे–धीरे शुरू होता है। इस प्रकार का सिरदर्द दोपहर के समय ज्यादा प्रभाव डालता है।
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जबकि क्रोनिक टेंशन सिरदर्द कुछ घंटों या उससे अधिक समय तक रह सकता है। और यह दर्द दिन भर तेज रहता है।
लक्षण क्या है टेंशन वाले सिर दर्द के ?
इसके कुछ लक्षण निम्न है ;
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भयानक सिर दर्द का होना।
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माथे या सिर के पिछले हिस्से पर सनसनी या जकड़न महसूस होना।
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कंधे और गर्दन की मांसपेशियों का ढीला पड़ना।
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सोने में परेशानी का होना।
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मांसपेशियों में दर्द।
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चिंता और बेचैनी का महसूस होना।
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आँखों में भारीपन का महसूस होना आदि।
सिर दर्द से बचने के लिए जीवनशैली में कैसे लाए बदलाव ?
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मौसमी फलों का सेवन करें।
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हरे पत्ते वाली सब्जियां खाए।
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रस का सेवन करें।
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शोरबा पिए।
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दूध का सेवन करें।
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अखरोट खाए।
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हरी चाय पिए।
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और ओट्स का सेवन करें।
जीवनशैली में बदलाव के अलावा आप सीटी स्कैन, एक्स–रे, एमआरआई मस्तिष्क के कोमल ऊतकों की जांच का उपयोग करके मस्तिष्क के अंदर असामान्यता का पता लगा सकते है।
सुझाव :
यदि टेंशन की वजह से आपके सिर में दर्द की समस्या ज्यादा है तो इसके लिए आप झावर ब्रेन एन्ड स्पाइन हॉस्पिटल का चयन करें और यहाँ के अनुभवी डॉक्टरों से अपनी इस समस्या से निजात पाने के हल के बारे में जानकारी हासिल करें।
निष्कर्ष :
उपरोक्त लक्षण यदि ज्यादा गंभीर है तो इसको नज़रअंदाज़ न करे बल्कि इसके उपचार के लिए जो भी टेस्ट मस्तिष्क के लिए करवाने चाहिए उसे जरूर से करवाए।