A Message By Dr. Sukhdeep Jhawar About The Awareness Of Brain Stroke

Brain stroke is a commonly rising problem among people that not only affects their lives but also puts major concerns on their loved ones.  The issue of brain stroke requires treatment as soon as possible to reduce the chances of health risks. This is why Neuromaster Dr Sukhdeep Jhawar has taken the initiative to spread awareness about the causes of brain stroke and what can be done to prevent them. 

Neuromaster Dr Sukhdeep Jhawar is one of the finest brain and spine surgeons in the medical industry, with years of experience in serving the world with their great knowledge and skills. 

 

In this video, Dr Sukhdeep talks about all the myths as well as measures that individuals need to take to reduce the risk of brain stroke and also suggests treating the problem as soon as possible to increase the chances of successful treatment. The campaign is a step taken to contribute to the world and help people live their lives normally like any other human being without the fear of declining health. Early diagnosis of the issue can help the individual stay healthy and happy for a long therefore, it is essential to know the signs of brain stroke and contact Neuromaster Dr Sukhdeep Jhawar as soon as you recognise the signs.

डाउन सिंड्रोम क्या होता है, इसके मुख्य लक्षण, कारण और कैसे करें उपचार ?
Hindineurosurgeon

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डाउन सिंड्रोम अनुवांशिक से जुड़ा एक विकार है, जिससे पीड़ित व्यक्ति के पास एक अतिरिक्त गुणसूत्र का टुकड़ा होता है, जो विभिन्न शरीरिक और संज्ञात्मक से जुड़े समस्यों को उत्पन्न…

  • December 7, 2024

  • 6 Views

बच्चों में ब्रेन ट्यूमर होने के प्रमुख कारण कौन-से है और जाने कैसे करें बाल चिकित्सा ब्रेन ट्यूमर की देखभाल
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बच्चों में ब्रेन ट्यूमर होने के प्रमुख कारण कौन-से है और जाने कैसे करें बाल चिकित्सा ब्रेन ट्यूमर की देखभाल

न्यूरोमास्टर डॉक्टर सुखदीप सिंह झावर हॉस्पिटल ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक यूट्यूब शॉर्ट्स के माध्यम से यह बताया कि आज के दौर में ब्रेन ट्यूमर एक ऐसी समस्या…

  • November 27, 2024

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ਕੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਬਰੇਨ ਹੈਮਰੇਜ ? ਕਿ ਸਭਨੂੰ ਇਸ ਬਾਰੇ ਜਾਣਕਰੀ ਹੈ ?

ਕੁਝ ਅਧਿਐਨ ਵਲੋਂ ਦੱਸਿਆ ਗਿਆ ਹੈ ਕਿ ਅੱਜ ਕਲ ਦੇ ਸਮੇਂ ਵਿੱਚ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਵਿਅਸਤ ਕਾਰਜਕ੍ਰਮ ਹੋਣ ਕਰਕੇ, ਜ਼ਿਆਦਾ ਕੰਮਾਂ ਦੇ ਬੋਝ ਨਾਲ ਉਹ ਆਪਣੇ ਤੇ ਧਿਆਨ ਨਹੀਂ ਦੇ ਪਾ ਰਹੇ ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਸਰੀਰ ਵਿਚ ਤਣਾਅ ਬਣ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜੋ ਫਿਰ ਦਿਮਾਗ਼ ਤੇ ਅਸਰ ਪੋਂਦਾ ਹੈ ਤੇ ਬ੍ਰੇਨ ਹੈਮਰੇਜ ਦਾ ਰੂਪ ਲੈ ਲੈਂਦਾ ਹੈ। ਇਸਦੇ ਹੋਣ ਦਾ ਦਰ ਦਿਨ ਵ ਦਿਨ ਵੱਧਦਾ ਹੀ ਜਾ ਰਿਆ ਹੈ। ਕੰਮਾਂ ਨੂੰ ਰੋਕ ਨਹੀਂ ਸਕਤੇ ਪਰ ਆਪਣੀ ਸਿਹਤ ਦਾ ਧਿਆਨ ਜ਼ਰੂਰ ਰੱਖ ਸਕਤੇ ਹਾਂ। ਆਓ ਜਾਣੋ ਕਿਵੇਂ। 

 

ਕਿਸਨੂੰ ਆਖਦੇ ਹਨ :- ਬ੍ਰੇਨ ਹੈਮਰੇਜ ਨੂੰ ਦਿਮਾਗ਼ ਦੀਆ ਨਾੜਾਂ ਦੇ ਅੰਦਰ ਖੂਨ ਆਉਣਾ ਵੀ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਤੋਂ  ਭਾਵ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਕੇ ਤੁਹਾਡੇ ਦਿਮਾਗ਼ ਦੇ ਟਿਸ਼ੂ ਅਤੇ ਖੋਪੜੀ ਦੇ ਵਿਚਾਲੇ ਜਾਂ ਟਿਸ਼ੂ ਦੇ ਅੰਦਰ ਖੂਨ ਦਾ ਆ ਜਾਣਾ।ਇਹ ਇਕ ਜਾਨਲੇਵਾ ਸਥਿਤੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਤੇ ਤੁਰੰਤ ਇਲਾਜ ਮੰਗਦੀ ਹੈ।ਦਿਮਾਗ਼ ਵਿੱਚ ਖੂਨ ਆਉਣ ਨਾਲ ਜਿਹੜੀ ਆਕਸੀਜਨ ਦਿਮਾਗ਼ ਨੂੰ ਜਾਣੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਉਹ ਵੀ ਘੱਟ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਤੇ ਫਿਰ ਸਿਰ ਦਰਦ, ਉਲਟੀਆਂ, ਝਰਨਾਹਟ ਜਾ ਚਿਹਰੇ ਦਾ ਅਧਰੰਗ ਦੇ ਆਸਾਰ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋਣ ਲਗ ਜਾਂਦੇ ਹਨ। 

 

ਕਿਉਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਬ੍ਰੇਨ ਹੈਮਰੇਜ :- ਦਿਮਾਗ਼ ਦੇ ਵਿੱਚ ਖੂਨ ਬਹਿਣਾ ਕੋਈ ਆਮ ਗੱਲ ਨਹੀਂ ਹੈ। ਇਹ ਇੱਕ ਜਾਨਲੇਵਾ ਮੈਡੀਕਲ ਐਮਰਜੈਂਸੀ ਹੈ । ਜਿਸ ਦਾ ਹੋਣਾ ਆਮ ਤੋਰ ਤੇ ਏਸ਼ੀਆਈ, ਪੁਰਸ਼ਾਂ ਅਤੇ ਘੱਟ ਅਤੇ ਵਿੱਚਲੀ ਪੈਸੇ ਵਾਲੇ ਦੇਸ਼ਾਂ ਵਿੱਚ ਹੁੰਦਾ ਹੈ।ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਉੱਤੇ ਜ਼ਿਆਦਾ ਪਰੇਸ਼ਾਨੀਆਂ ਦਾ ਭੋਜ ਹੁੰਦਾ ਹੈ।ਕਈ ਦਿਤੇ ਗਏ ਇਸ ਜੋਖਮ ਦੇ ਕਾਰਨ :- 

  • ਸਿਰ ਦਾ ਸਦਮਾ– ਸੱਟ ਦਾ ਲੱਗਣਾ ਇਕ ਆਮ ਕਾਰਨ ਹੈ ਦਿਮਾਗ਼ ਵਿੱਚ ਖੂਨ ਆਉਣ ਦਾ ਜੋ ਕੇ ਪੰਜਾਹ ਸਾਲ ਤੋਂ ਘੱਟ ਵਾਲਿਆਂ ਨੂੰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ। 
  • ਹਾਈ ਬਲੱਡ ਪ੍ਰੈਸ਼ਰ– ਜ਼ਿਆਦਾ ਸਮੇਂ ਤੱਕ ਬਲੱਡ ਪ੍ਰੈਸ਼ਰ ਰਹਿਣ ਨਾਲ  ਤੁਹਾਡੀ ਖੂਨ ਦੀ ਨਾੜੀਆਂ ਦੀਆਂ ਦੀਵਾਰਾਂ ਕਮਜ਼ੋਰ ਹੋ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ। ਅਗਰ ਇਸ ਤੇ ਧਿਆਨ ਨਾ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਬ੍ਰੇਨ ਹੈਮਰੇਜ ਹੋਣ ਦਾ ਡਰ ਵੀ ਹੋ ਸਕਤਾ ਹੈ।
  •  ਐਨਿਉਰਿਜ਼ਮ– ਖੂਨ ਦੀ ਨਾੜੀਆਂ ਦੀਆਂ ਦੀਵਾਰਾਂ ਜੋ ਕਮਜ਼ੋਰੀ ਹੋਣ ਕਰਕੇ ਫੁਲ ਜਾਣ। ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਇਹਦੇ ਫੱਟਣ ਜਾ ਡਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ। 
  •  ਅਸਧਾਰਨ ਖੂਨ ਦੀ ਨਾੜੀਆਂ  – ਅੰਦਰ ਜਾ ਬਾਹਰ ਦੀਆਂ ਕਮਜ਼ੋਰ ਨਾੜੀਆਂ ਜੋ  ਜਨਮ ਤੋਂ ਹੀ ਹੋਣ। ਜਿਸਦਾ ਇਲਾਜ ਉਦੋਂ ਹੀ ਹੋ ਸਕਤਾ ਹੈ ਜਦੋ ਲੱਛਣ ਪਤਾ  ਲੱਗਣ। 
  •  ਲਿਵਰ ਦੀ ਬਿਮਾਰੀ–  ਇਸ ਬਿਮਾਰੀ ਨਾਲ ਜ਼ਿਆਦਾ ਖੂਨ ਬਹਿਣ ਦਾ ਡਰ ਹੁੰਦਾ  ਹੈ।   

ਇਹਨਾਂ ਕਾਰਨਾਂ ਕਰਕੇ ਜੇ ਦਿਮਾਗ਼ ਤੱਕ ਆਕਸੀਜਨ ਨਾ ਜਾਵੇ ਤਾ ਸਿਰਫ਼ 3-4    ਮਿੰਟ ਬਾਅਦ ਤੁਹਾਡੇ ਬ੍ਰੇਨ ਸੈੱਲ ਖਤਮ ਹੋ ਸਕਤੇ ਹਨ।   

 

ਇਸਤੋਂ ਕਿਵੇਂ ਬਚ ਸਕਦੇ ਹਾਂ :- ਕੁਝ ਨੀਚੇ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਕਦਮ ਤੁਹਾਨੂੰ ਬ੍ਰੇਨ ਹੈਮਰੇਜ ਤੋਂ ਬਚਾ ਸਕਦੇ ਹਨ :- 

  •   ਬਲੱਡ ਪ੍ਰੈਸ਼ਰ ਨੂੰ ਕੰਟਰੋਲ ਰੱਖੋ 
  •   ਕੋਸ਼ਿਸ ਕਰੋ ਕਲੈਸਟਰੋਲ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਰਹੇ 
  •   ਇੱਕ ਸਿਹਤਮੰਦ ਵਜ਼ਨ ਬਣਾ ਕੇ ਰੱਖੋ 
  •   ਸ਼ਰਾਬ ਪੀਣਾ ਬੰਦ ਕਰੋ ਜਾ ਘਟਾਓ 
  •   ਬੀੜੀ ਲੈਣੀ ਬੰਦ ਕਰੋ 
  •   ਸਿਹਤਮੰਦ ਖਾਣਾ ਖਾਉ 
  •   ਕਸਰਤ ਕਰੋ ਜਿਸ ਨਾਲ ਤੁਹਾਡਾ ਬਲੱਡ ਫਲੌ ਸਹੀ ਰਹੇ 
  •   ਅਗਰ ਸ਼ੁਗਰ ਹੈ ਤਾਂ ਉਸਨੂੰ ਨਿਯੰਤ੍ਰਿਤ ਰੱਖੋ 
  •   ਕਿਸੀ ਵੀ ਤਰਾਂ ਦੇ ਨਸ਼ੇ ਨਾ ਕਰੋ ਜਿਸ ਨਾਲ ਦਿਮਾਗ਼ ਵਿੱਚ ਖੂਨ ਆਉਣ ਦਾ ਡਰ ਹੋਵੇ 
  •   ਅਗਰ ਕੋਈ ਪੁਰਾਣੀ ਸੱਟ ਲਗੀ ਹੋਵੇ ਉਹਨੂੰ ਵੀ ਸਮੇਂ ਸਮੇਂ ਬਾਅਦ ਦਿਖਾਈ ਜਾਓ 

  

ਸਿਹਤ-ਸੰਭਾਲ ਪ੍ਰਦਾਨਕ ਇਹ ਬਿਮਾਰੀ ਦਾ ਪਤਾ ਲਗਾਉਣ ਲਈ ਸਭ ਤੋਂ ਨਿਊਰੋਲੋਜੀਕਲ ਪ੍ਰੀਖਿਆ ਅਤੇ ਟੈਸਟਿੰਗ ਕਰਨ ਗਏ। ਫਿਰ ਸੀ ਟੀ ਸਕੈਨ, ਐਮ ਆਰ ਆਈ, ਐਮ ਆਰ ਏ ਕਰਕੇ ਇਹ ਪਤਾ ਲਗਾਉਣ ਗੇ ਕੇ ਖੂਨ ਕਿੱਥੇ, ਕਿੰਨਾ ਅਤੇ ਕਿਸ ਕਾਰਨ ਬਹਿ ਰਿਆ ਹੈ। 

डाउन सिंड्रोम क्या होता है, इसके मुख्य लक्षण, कारण और कैसे करें उपचार ?
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डाउन सिंड्रोम क्या होता है, इसके मुख्य लक्षण, कारण और कैसे करें उपचार ?

डाउन सिंड्रोम अनुवांशिक से जुड़ा एक विकार है, जिससे पीड़ित व्यक्ति के पास एक अतिरिक्त गुणसूत्र का टुकड़ा होता है, जो विभिन्न शरीरिक और संज्ञात्मक से जुड़े समस्यों को उत्पन्न…

  • December 7, 2024

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बच्चों में ब्रेन ट्यूमर होने के प्रमुख कारण कौन-से है और जाने कैसे करें बाल चिकित्सा ब्रेन ट्यूमर की देखभाल
Brain TumoursHindi

बच्चों में ब्रेन ट्यूमर होने के प्रमुख कारण कौन-से है और जाने कैसे करें बाल चिकित्सा ब्रेन ट्यूमर की देखभाल

न्यूरोमास्टर डॉक्टर सुखदीप सिंह झावर हॉस्पिटल ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक यूट्यूब शॉर्ट्स के माध्यम से यह बताया कि आज के दौर में ब्रेन ट्यूमर एक ऐसी समस्या…

  • November 27, 2024

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दिमागी कीड़े के इलाज को जानिए डॉक्टर की जुबानी ?

दिमाग में कीड़े का उपजना कोई छोटी बात नहीं है, इसलिए जरूरी है की अगर आपको लगें की आपके अपने दिमाग में कीड़े जैसा कुछ अनुभव हो रहा तो इसके लिए डॉक्टर से परामर्श लें। तो वहीं दिमागी कीड़े को लेकर लोगों के मन में ये बात घूमती है की क्या इसका इलाज मौजूद है या नहीं ;

क्या है दिमाग में कीडे का उपजना ?

  • दिमाग में कीड़ा होने की बीमारी को न्यूरोसिस्टीसर्कोसिस के नाम से जाना जाता है। दरअसल यह एक इन्फेक्शन होता है, जो तब होता है जब हमारे शरीर में टीनिया सोलियम परजीवी का लार्वा या अंडे हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते है। 
  • सरल भाषा में आपको समझाने का प्रयत्न करते है, जैसे जब कोई व्यक्ति टेपवर्म के अंडे निगल लेता है, तो यह न्यूरोसिस्टीसर्कोसिस संक्रमण का कारण बन जाते है। ये अंडे मांसपेशियों और मस्तिष्क के टिशू में घुस जाते है और वहां सिस्ट का निर्माण करते है। 
  • जब ये अंडे मस्तिष्क में सिस्ट बना देते है, तो इससे न्यूरोसिस्टीसर्कोसिस की स्थिति पैदा हो जाती है।

क्या खाने से दिमाग में कीड़े उत्पन्न होते है ?

  • खाने की चीजों में वो भी कीड़ा, सुन कर लोगों को थोड़ा अटपटा जरूर लगा होगा लेकिन यही सच्चाई है। 
  • वहीं आपको बता दें की पत्ता गोभी ही नहीं बल्कि कई और ऐसी चीजें हैं जिनके सेवन से आपको नर्वस सिस्टम में संक्रमण हो सकता है, आपको बता दें कि हरे मटर, गाजर, पालक, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी, फूल गोभी, मूली और अलग-अलग तरह की पत्तेदार सब्जियों के खाने के वाकई कई फायदे है, लेकिन इतने फायदे के साथ इन सब्जियों के खाने से आपको दिमाग में कीड़े वाली समस्या हो सकती है।

दिमाग में कीड़े उपजे है या नहीं इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट का चयन करना चाहिए।

दिमाग में कीड़े उत्पन्न होने के दौरान कौन-से लक्षण नज़र आते है ?

  • इसमें आपको सिरदर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
  • मिर्गी के दौरे पड़ने के लक्षण नज़र आ सकते है। 
  • बोलने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 
  • जुबान में लड़खड़ाहट सी आ सकती है।  
  • आंखों की रोशनी का कमजोर होना और बुखार की समस्या हो सकती है। 
  • शरीर के कुछ अंगों में कमजोरी महसूस हो सकती है।

शरीर के अंगों में कमजोरी के साथ अगर आपको गंभीर दिमागी दौरा पड़े तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट न्यूरोसर्जन का चयन करना चाहिए।

क्या दिमागी कीड़े का इलाज मौजूद है ?

  • दिमागी कीड़े के इलाज को लेकर “झावर हॉस्पिटल” के अनुभवी डॉक्टर, ‘डॉ. सुखदीप सिंह झावर’ का कहना है की अगर व्यक्ति समय रहते न्यूरोसिस्टीसर्कोसिस के लक्षणों को पहचानकर एक अच्छे न्यूरोलॉजिस्ट से परामर्श करते है, तो वो इस इन्फेक्शन से आसनी से छुटकारा पा सकते है। 
  • वहीं जब आप डॉक्टर के पास जाते है, तो वह मस्तिष्क में सिस्ट की जांच के लिए कुछ सरल टेस्ट का सुझाव आपको दे सकते हैं। आमतौर पर दिमाग में कीड़े का पता लगाने के लिए MRI या CT ब्रेन स्कैन कराने की सलाह दी जाती है। कुछ मामलों में संक्रमण के निदान के लिए कुछ ब्लड टेस्ट भी किये जाते है, लेकिन संक्रमण हल्का होने पर स्पष्ट रूप से इन टेस्ट से पता नहीं चल पाता है। इसलिए ब्रेन स्कैन टेस्ट की सलाह अधिक दी जाती है। 

दिमागी कीड़े से बचाव के लिए क्या करें !

  • अगर आप चाहते है की आपके दिमाग में कीड़ा न उपजे तो इसके लिए आपको कभी भी कच्ची सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे आपको अधिक जोखिम हो सकता है। 
  • हमेशा सुनिश्चित करें कि आप सब्जियों को खाने से पहले उसे अच्छी तरह से धोएं। 
  • फिर इसे पूरी तरह पकाने के बाद ही इसका सेवन करें, ऐसा करने से परजीवी और उनके अंडों को नष्ट करने में मदद मिलती है। 
  • इसके बाद सब्जियों को काटने के बाद इसे गर्म पानी से इसे अच्छी तरह से जरूर धोए।

सुझाव :

किसी भी तरह की कच्ची सब्जियों को खाने से बचे और सुनिश्चित करें की ज्यादा पत्तेदार सब्जियों का सेवन करने से भी आपको खुद का बचाव करना चाहिए।

दिमागी कीड़े के इलाज के लिए बेस्ट हॉस्पिटल !

आप चाहे तो अपने दिमाग के कीड़े का इलाज झावर हॉस्पिटल से भी करवा सकते है।

डाउन सिंड्रोम क्या होता है, इसके मुख्य लक्षण, कारण और कैसे करें उपचार ?
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  • December 7, 2024

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बच्चों में ब्रेन ट्यूमर होने के प्रमुख कारण कौन-से है और जाने कैसे करें बाल चिकित्सा ब्रेन ट्यूमर की देखभाल
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न्यूरोमास्टर डॉक्टर सुखदीप सिंह झावर हॉस्पिटल ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक यूट्यूब शॉर्ट्स के माध्यम से यह बताया कि आज के दौर में ब्रेन ट्यूमर एक ऐसी समस्या…

  • November 27, 2024

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Various Diagnostic Tests for Neurological Disorders

A neurological test helps a doctor treat a brain condition. He uses these test results to understand crucial information about our nervous system. It is a harmless way to determine what might be wrong.

A person suffering from some neurological conditions faces many difficulties in life that others don’t. Their quality of life is not like others.

Are you trying to find the Best Neurologist Ludhiana? Please read this blog to have in-depth knowledge of it. You must research their experience and qualifications. You can also read patient reviews. You can look for compassionate specialists. They can communicate and provide personalized care. Consult with your primary doctor and seek recommendations from trusted sources to make an informed decision for your neurological health.

The best neurosurgeon possesses exceptional skills, experience, and a successful track record. Trust referrals from medical professionals and patients to find the Best Neurosurgeon Ludhiana.

To treat these neurological conditions, doctors require a proper diagnosis. It helps them to provide appropriate care and interventions to treat these conditions.

In this blog, We will explore some crucial diagnostic tests used to identify neurological disorders and shed light on their significance in clinical practice.

Diagnostic tests for nervous system disorders

Evaluating and diagnosing neurological damage is a complex process. Doctors use many tests, especially those designed to read the inside of the human brain.

The doctor first understands the entire medical history of the patient. He can then proceeds with tests such as:

Computed Tomography (CT) Scan:

CT scans combine X-ray technology with computer processing to create cross-sectional images of the brain and spine. 

The results produced by a CT scan are not as detailed as an MRI test, but it helps to identify acute conditions such as hemorrhages, fractures, or tumors. 

Doctors perform CT scans in emergencies due to their faster imaging process.

Electroencephalography(EEG):

EEG records the brain’s electrical activity through electrodes placed on the scalp.

This test helps diagnose conditions like epilepsy and assess altered consciousness states. 

Distinct EEG patterns provide insights into seizures and abnormal brain activity. It guides doctors to decide on treatment strategies and monitor the effectiveness of medications.

MRI

It gives a clear structure to the brain. It helps to identify abnormalities and assess the progression of neurological disorders such as multiple sclerosis, brain tumors, and strokes. 

Electromyography (EMG) and Nerve Conduction Studies (NCS):

EMG measures muscle activity and assesses the health of nerves controlling muscles. 

NCS measures how well nerves transmit electrical signals. 

These tests aid in diagnosing conditions like:

  • Peripheral neuropathy
  • Myasthenia gravis
  • Amyotrophic lateral sclerosis 

Abnormal results can pinpoint nerve or muscle dysfunction.

Spinal tap (lumbar puncture)

The doctor extracts cerebrospinal fluid from the spinal canal using a lumbar puncture. 

He then sends this fluid for analysis.

It aids in diagnosing conditions like multiple sclerosis, infections, and certain types of headaches. 

Healthcare providers can identify abnormalities by analyzing the fluid’s composition. It provides crucial diagnostic insights.

Neuropsychological Testing:

Neuropsychological assessments evaluate cognitive, behavioral, and emotional functions to identify impairments caused by neurological disorders. 

These tests provide a holistic understanding of a person’s logical strengths and weaknesses. It aids in diagnosis, treatment planning, and monitoring of disease progression.

CONCLUSION

The diagnostic tests mentioned above are essential tools for healthcare professionals, guiding treatment decisions. They can monitor disease progression and provide patients with a clearer understanding of their condition.

डाउन सिंड्रोम क्या होता है, इसके मुख्य लक्षण, कारण और कैसे करें उपचार ?
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  • December 7, 2024

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  • November 27, 2024

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अपनी मस्तिष्क स्वास्थ्य की देखभाल के लिए चुनें बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट लुधियाना

मस्तिष्क एक शक्तिशाली और आश्चर्यजनक अंग है जो हमारे समय, विचारों और कार्यों को निर्देशित करता है। अपने मस्तिष्क की देखभाल करना अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमारे स्वास्थ्य और विकास के लिए आवश्यक है। यदि आप लुधियाना में रहते हैं और मस्तिष्क स्वास्थ्य की देखभाल की आवश्यकता है, तो आपको बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट लुधियाना का चयन करना चाहिए। इस ब्लॉग में, हम इस विशेषज्ञता और उनके महत्वपूर्ण टेस्ट के बारे में विस्तार से बात करेंगे।

बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट: अपने मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए मार्गदर्शक

जब आप मस्तिष्क स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करते हैं, बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट आपके लिए एक मार्गदर्शक की भूमिका निभा सकते हैं। वे एक परशिक्षित चिकित्सक होते हैं जो मस्तिष्क, स्पाइनल कॉर्ड और पेरिफेरल नर्वस सिस्टम से संबंधित समस्याओं के निदान, उपचार और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखते हैं। वे ब्रेन, स्पाइन, न्यूरोमस्क्यूलर विज्ञान, न्यूरोफिजियोलॉजी और न्यूरोसाइंस के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करते हैं। न्यूरोलॉजिस्ट्स काफी समय तक शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं ताकि वे मस्तिष्क संबंधी विभिन्न समस्याओं का समाधान कर सकें।

लुधियाना में बहुत सारे न्यूरोलॉजिस्ट उपलब्ध हैं और आपको बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट का चयन करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तत्वों को ध्यान में रखना चाहिए। यहां कुछ सुझाव हैं जो आपको सहायता प्रदान कर सकते हैं:

  1. पेशेंट रिव्यूज़: अगर आप न्यूरोलॉजिस्ट के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो आप पहले से ही मौजूदा पेशेंटों की समीक्षा पढ़ सकते हैं। यह आपको उनकी दक्षता, अनुभव और प्रदान की गई सेवाओं की गुणवत्ता का अंदाज़ा देगी।
  2. अनुभव: एक अच्छे न्यूरोलॉजिस्ट का चयन करने के लिए उनके अनुभव को भी महत्वपूर्ण माना जाता है। आप न्यूरोलॉजिस्ट के अनुभव के बारे में विवरण प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि उनकी कार्य अनुभव, संबंधित विशेषज्ञता, और उनके द्वारा किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के उपचार तकनीक।
  3. व्यावसायिक संगठनों की पहचान: न्यूरोलॉजिस्ट के व्यावसायिक संगठनों की पहचान करना भी महत्वपूर्ण होता है। कुछ महत्वपूर्ण संगठन, जैसे कि न्यूरोलॉजी सोसाइटी, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, या इंडियन न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी जैसे संगठनों की मान्यता होती है। इसके अलावा, ध्यान देने योग्य है कि वे उच्च न्यूरोलॉजी संस्थानों से संबंधित हैं या नहीं।
  4. संदर्भ और समीक्षा: आपको न्यूरोलॉजिस्ट के संदर्भ और समीक्षा की जांच करनी चाहिए। आप उनके पूर्व पेशेंट्स से संपर्क करके उनके अनुभव के बारे में प्राप्त कर सकते हैं और उनसे न्यूरोलॉजिस्ट की दक्षता, उपचार प्रणाली, और रोगी सहायता के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  5. सुविधाएं और अस्पताल के मानक: जब आप न्यूरोलॉजिस्ट का चयन करते हैं, तो उनके कार्यालय और अस्पताल की सुविधाओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। यह सुनिश्चित करेगा कि उनकी व्यावसायिकता, तकनीकी सुविधाएं, और उपचार प्रणाली समर्पित हैं और आपके स्वास्थ्य की देखभाल के लिए उच्च मानकों का पालन किया जाता है।

याद रखें, मस्तिष्क स्वास्थ्य की देखभाल का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। आपको एक ऐसे न्यूरोलॉजिस्ट की तलाश होनी चाहिए जिसमें आप विश्वास रखते हैं और जिसका अनुभव, दक्षता, और पेशेंट सहायता पर आप पूर्ण विश्वास रख सकते हैं।

अपनी मस्तिष्क स्वास्थ्य की देखभाल के लिए चुनें बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट, जैसे  डॉ सुखदीप सिंह झावर अस्पताल परिणामदायी और पेशेवर सेवाओं के लिए।सबसे महत्वपूर्ण है कि आप अपनी समस्याओं को समय रहते निदान और उपचार कराएं ताकि आप अपने जीवन को स्वस्थ और सकारात्मक ढंग से जी सकें।

डाउन सिंड्रोम क्या होता है, इसके मुख्य लक्षण, कारण और कैसे करें उपचार ?
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  • December 7, 2024

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  • November 27, 2024

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what you can expect from your brain blood clot surgery recovery

Well, blood clot problems in the brain are not common, but some people suffer from these issues, and there are many types of blood clots. If you are also facing this problem, please do not neglect it because it can cause further complications. So get in touch with a Neurologist in Phagwara to get proper treatment.

Brain blood clot is also known as a subdural hematoma, and this problem occurs due to the bleeding between the brain and the thin brain membrane covering. So you can visit Jhawar Neuro Hospital, where you will get in contact with the best Neurosurgeons Ludhiana.

Full detailed information about the brain blood clots and their surgery recovery

  • How blood clots problem occurs

Well, there are many types of brain blood clots, and these blood clots are also known as a hematoma, and these are results of minor injuries which cause internal bleeding. In the end, it occurs as the problem of blood clots. And chances of blood clots in the brain increase along with the ageing process.

Because the brain starts shrinking as a person gets old, but the size of the skull remains unchanged. It creates space between the brain and skull, and that causes internal bleeding, which gives birth to brain blood clots. Anticoagulant medications and excessive alcohol intake also increase the risk of brain blood clots.

  • Surgery for a blood clot in the brain

As brain blood clots can cause more complications by pressing on delicate tissues of the brain, getting surgery becomes compulsory to prevent further severe problems. Two main types of surgeries are available to remove blood clots from brain burr hole drainage and craniotomy.

In a burr hole drainage surgery, the neurosurgeon will make one or two small holes in your skull, and they can give a small cut on your skull if it’s necessary to drain a clot. And surgeons will make sure to make holes as small as possible.

However, if the blood clot size is bigger and surgeons need more area to remove that, they will use a second approach called a craniotomy. In this approach, the surgeon will remove a proper bone from your skull to remove blood clots easily, and after the surgery, the bone will be replaced as it was before.

  • Surgery recovery

Your brain blood clot surgery recovery depends on your health factors, such as reasons for blood clots or other body complications. And when a person gets burr hole surgery, it usually takes two or three days to recover, and you will stay in the ICU for one day after your surgery. You will get discharged from the hospital in seven days. But your recovery period will be slightly longer if you get a craniotomy. After that, you must follow some restrictions like driving and working, and you have to follow these restrictions for only a few weeks.

डाउन सिंड्रोम क्या होता है, इसके मुख्य लक्षण, कारण और कैसे करें उपचार ?
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  • December 7, 2024

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  • November 27, 2024

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What impact does omega-3 fish oil have on the brain and mental health?

Fish oil is great for the brain and mental health!

Fish oil is one of the most popular over-the-counter supplements that’s extracted from different fish like salmon, mackerel, sardines, and anchovies. You need to visit one of the best Brain Hospital In Punjab to seek the right assistance on what’s appropriate for your brain and mental health. The intake of fish oil is known to provide effective benefits against mild memory loss and depression.

What’s the beneficial role of the fish oil omega-3s?

Omega-3 fatty acids are polyunsaturated fats that help the brain and overall mental health to be in a better state. If there seems to be a certain problem with your neuro health, you need to get the medical assistance of the best Neurologist in Ludhiana to handle the entire situation effectively. The effectiveness of omega-3 fatty acids is because of the EPA and DHA, which are the major components and allow them to work effectively against the anti-inflammatory response to the body.

But, there’s a problem with the conversion in the form that it offers benefits effectively. Therefore, the goodness of Omega-3 Softgel Capsules, under the assistance of the doctor, will give you better results by all possible means. The fish oil supplements are beneficial when taken with the right assistance and approach.

Impact of omega-3s on the brain

The omega-3 fatty acids are a combination of EPA and DHA, which are essential for overall brain health and its necessary function. And throughout the different stages of life, the goodness of omega-3 in your daily regime will work effectively and help your well-being to get into a fruitful state. The fatty acids and its fruitful results are seen through the factor like:

  • Extremely vital for the brain to function through different stages of life
  • Present in the right amount in the cell membrane of brain cells.
  • Helps to cell membrane’s overall state to be manageable
  • Allows to make easy communication between various kinds of brain cells

The intake of omega-3s fish oil has been shown to provide fruitful results for overall brain development. But, yes, you need to be extremely mindful of the way you take them.

Fish oil provides benefits among patients with mild memory loss

Memory loss is now not only a problem of increase in age. Even young individuals encounter the problem. With time, it’s the brain function that gets affected adversely, making the memory problem worse. That is why the situation can make it even tougher and increase the risk of cognitive impairment and Alzheimer’s disease. It’s the impaired brain function that makes everything more problematic and difficult to deal with.

Fish oil is effective against the depression problem

Fish oil is one of the effective choices for individuals with depression problems. The impact that it leaves on mental health is the reason for its ever-increasing demand for various reasons.

Worthy benefits of omega-3s fish oil

No doubt the omega-3 fish oil capsules are effective for improving the brain and mental health. To know more about the same and whether it’s appropriate for you or not, get the medical supervision offered by Dr. Jhawar.

डाउन सिंड्रोम क्या होता है, इसके मुख्य लक्षण, कारण और कैसे करें उपचार ?
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डाउन सिंड्रोम क्या होता है, इसके मुख्य लक्षण, कारण और कैसे करें उपचार ?

डाउन सिंड्रोम अनुवांशिक से जुड़ा एक विकार है, जिससे पीड़ित व्यक्ति के पास एक अतिरिक्त गुणसूत्र का टुकड़ा होता है, जो विभिन्न शरीरिक और संज्ञात्मक से जुड़े समस्यों को उत्पन्न…

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बच्चों में ब्रेन ट्यूमर होने के प्रमुख कारण कौन-से है और जाने कैसे करें बाल चिकित्सा ब्रेन ट्यूमर की देखभाल
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बच्चों में ब्रेन ट्यूमर होने के प्रमुख कारण कौन-से है और जाने कैसे करें बाल चिकित्सा ब्रेन ट्यूमर की देखभाल

न्यूरोमास्टर डॉक्टर सुखदीप सिंह झावर हॉस्पिटल ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक यूट्यूब शॉर्ट्स के माध्यम से यह बताया कि आज के दौर में ब्रेन ट्यूमर एक ऐसी समस्या…

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What Are Brain Zaps, Is It Harmful, And How Can You Prevent Them?

Have you ever experienced a “BRAIN ZAP”?

It basically refers to the disconcerting feeling wherein a shot of electrical currents runs through your head. If you have had one, you will definitely get why it can be quite disorientating and, honestly, even terrifying.

It usually happens when there is a decrease or stop of certain medications such as antidepressants. However, the neurological mechanism behind the phenomenon remains a mystery.

We highly suggest you visit a Brain Hospital In Punjab if you feel a brain zap or any other disorienting moments.

What Are Brain Zaps?

People also refer to it as brain shivers. Frustratingly, the Neurologist in Ludhiana knows very little about this phenomenon except that when a patient discontinues their antidepressants, it often triggers brain zaps.

There are also times when people experience it as a sign of anxiety disorders. And most of the time, people complain about dealing with such issues right after taking large amounts of illegal party drugs.

What Do Brain Zaps Actually Feel Like?

Let us take the example of one of our patients who have been undergoing brain zaps and learn from their experience about the potential problem or symptoms.

We have noticed that in most cases, the brain zaps begin as a side-effect of panic disorder or generalized anxiety.

Most people describe their experience of a brain zap as if their brain was functioning like an old computer and somebody had yanked out the power supply. Basically, it stops them in their tracks or in between activities.

There is also one patient who described their brain zaps as an electric shock in the brain. They told us that it felt like their brain was buzzing.

How Long Do Brain Zaps Last?

Even though most of the time, the brain zaps to alarm the patients. They should know that it is nothing dangerous and they usually have short lives. However, our experts also add that it can be pretty dangerous if the patient stops their antidepressant medication out of nowhere. It usually happens as it results in suicidal ideation and other physical and mental symptoms.

How Can You Prevent Brain Zaps?

We highly recommend any patient suffering from this condition visit our neuro hospital and consult our doctors for a check-up. They will be able to rule out the causes of such conditions. There are many things that you can follow in order to avoid experiencing such brain zaps. Some of that prevention include:

  1. Before stopping the medications altogether, you can gradually reduce the doses.
  2. You can switch to another medication that is less likely to create any discontinuation symptoms before completely stopping the medicines.
  3. If you stop your antidepressant medicines under the supervision of a doctor, then there is a good chance that it will reduce the possibility of having unpleasant experiences such as brain zaps.

Fortunately for you, as per our neurologist and experts, brain Zaps are not something you would have to worry about. Over time, they become infrequent.

Final Comments

Contact DR. Jhawar Neuro and book your appointment right away at our clinic for your better health.

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What Is Brain Aneurysm And How Does A Neurosurgeon Treat It?

Having a brain aneurysm can be one of the scariest things one could have. However, knowing what to do and how to get proper treatment will make it easier for people and less frightening and debilitating for the person who actually experiences it.

It is still a severe condition that we agree on, but with the help of the best Neuro Spine Doctor in Punjab, you will be able to overcome the issue of an aneurysm without any complications. Apart from that, it also limits the side effects and increases the chances of a successful recovery.

Before anything, you should try to understand the signs and symptoms of the aneurysm, and after that, you should get the doctor’s help without any delay. This will help them diagnose the issue and give you the proper treatment that you require in the Best Brain Hospital in Punjab.

What Is A Brain Aneurysm?

A brain aneurysm is a weakness in one of the brain’s blood vessels that results in the blood vessel swelling or ballooning and filling with blood. This often looks like a bulb on a plant or like a berry. It can also have many outcomes that can lead to intense complications.

One of the significant problems with an aneurysm is that it stays there and is benign until and unless it ruptures and leaks.

It is possible to fully recover even after an aneurysm burst. However, you would require expert care and fast treatment to accomplish that. In case the doctor can catch the aneurysm before it bursts, the doctor will be able to treat it without many side effects.

An aneurysm is very dangerous as it can leak or rupture, leading to massive bleeding. It not only happens in the skull but also around the brain. After this happens, if the doctor does not treat it properly, this could lead to severe and intense complications such as brain damage.

Treatment Procedure Of Brain Aneurysm In Neurology Hospital

Neurosurgeons have a few ways to treat your aneurysm based on whether it is ruptured or not. In case they catch the aneurysm early and unruptured, then it is easy for the doctors to prevent any major damage.

We have two main ways to treat your unruptured aneurysm.

  • One is a microsurgical clipping procedure. In this technique, the neurosurgeon attaches a titanium clip to the blood vessels that have the aneurysm. It helps to stop the blood flow to the vessel until the doctor can deflate it.
  • The second option is endovascular coiling. In this technique, the doctor places a stent or coil in the vessel in order to divert the blood away from it. This process will allow the ballooning to go down so the doctor can repair the vessel.

In case of rupturing vessels, the neurosurgeons have fewer options. And also, they would have to conduct the treatment immediately. In most cases, after having a rupture, the neurosurgeon should repair the vessels and drain the blood from the skull and brain. This method will hopefully limit the damage and provide proper recovery with minimal impairment to cognition and motor function.

डाउन सिंड्रोम क्या होता है, इसके मुख्य लक्षण, कारण और कैसे करें उपचार ?
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What makes drug addiction one of the common brain disorders?

Addiction – Treatable condition but a brain disorder

When we talk about addiction, it’s a chronic problem that can be treated. Moreover, a person with drug addiction has a problem of stress and self-control. The research has even pointed towards the fact that addiction is a brain disorder for which it’s worth consulting one of the Best Neurologist in Ludhiana.

The latest and inventive imaging techniques help better to compare brain functioning and what changes trigger drug interaction. If it seems like there’s a problem with your brain health, you need to get the compulsive nature and properly analyze the brain images. To better understand everything and what approach is suitable for you, visit one of the Best Brain Hospital in Punjab.

There’s a possibility that the spine get’s affected due to abnormality in brain health. So, consult a medical expert immediately if you notice any spine-related problems. The medical expert will tell you better whether your condition demands you to get Spine Surgery in Punjab or any kind of particular treatment plan.

Addiction – A brain disease that can result in abnormalities

Addiction is the known cause of stress, losing self-control, and not feeling yourself. Moreover, there are neurobiological abnormalities that occur in the body. Following the right therapeutic intervention is the key factor to offering better results. It’s time to understand that the right treatment intervention is the key to making everything much more manageable for patients struggling with addiction.

Effective addiction medication to benefit brain health

Well! The given statement goes both ways. When your addiction problem gets addressed, your brain health is in a better state. Different changes can occur during treatment, and it’s essential to involve yourself in the necessary changes. Most importantly, the reduction of illicit drug use has shown that brain health functionality improves.

Addiction is not just about poor brain health. The problems of loneliness, poverty, violence, social stress, and other psychological stress affects brain health and its functioning.

Taking preventive measures to handle the situation

Neurological functioning is important to let the thinking, feeling, and doing stuff stay in the right order. If neuro function gets affected, the individual’s brain can result in problems with age, hormonal balance, and other biological factors. It’s all about fine-tuning everything to make everything much more functional and manageable.

Give your brain health the utmost priority

You need to give your brain the importance that it deserves. When you make sure to do the same, the neurologist will easily determine the necessary problem and suggest the most appropriate treatment plan.

Final word

If you have been addicted to something in the past or even now, you need to stop doing the same. If there’s any doubt on your mind then make sure to ask the doctor about the same.

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