Brain AVM: दिमाग की नसों में सूजन की समस्या क्यों होती हैं ?
दिमाग की नसों में सूजन (Brain AVM) की समस्या कई वजह से हो सकती हैं, जैसे..,
- जब ब्रेन एवीएम सूजन की प्रक्रिया को प्रभावित करता है, तो आसपास के टिशू को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, जिससे धमनियां व नसें कमजोर पड़ जाती है।
- तो वहीं इस अवस्था में दिमाग की नस फटने से स्ट्रोक पड़ सकता है और व्यक्ति की मौत हो सकती है. हालांकि, डॉक्टर का कहना हैं कि इस बीमारी का सही वक्त पर पता चल जाए तो पीड़ित व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है।
- तो दूसरी और वायरल इन्सेफेलाइटिस को दिमागी बुखार भी कहा जाता है। इसके कारण ब्रेन में सूजन आ जाती है जो कि कई तरह के वायरस के कारण हो सकती है। कई बार बॉडी के खुद के इम्यून सिस्टम के ब्रेन टिश्यूज पर अटैक करने के कारण भी ब्रेन में सूजन की समस्या उत्पन हो सकती है।
कारण क्या दिमाग की नसों में सूजन के?
दिमाग की नसों में सूजन के कई कारण मानें जाते हैं, जिनका वर्णन हम निम्न में प्रस्तुत कर रहें..,
- बैक्टीरियल इन्फेक्शन का होना।
- सिर में गंभीर इंजरी।
- नसों में ब्लॉकेज का होना।
- ब्रेन ट्यूमर की समस्या।
- बहुत ज्यादा स्मोकिंग और शराब का सेवन।
- ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या।
दिमाग की नसों में सूजन के क्या है लक्षण ?
दिमाग की नसों में सूजन कई तरीके से हो सकती हैं। जिससे कि हर व्यक्ति में इसके लक्षण भी भिन्न-भिन्न दिखाई देते हैं..
- सिर में गंभीर दर्द का होना।
- उल्टी की समस्या।
- बार-बार बेहोश होना।
- स्ट्रोक या दौरे का पड़ना।
- ब्लीडिंग का होना।
- सिर में सूजन।
- ब्रेन हैमरेज की समस्या।
यदि आपको आपके शरीर या दिमाग में इससे जुड़े कोई लक्षण दिखाई दे। तो बिना समय गवाए बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट लुधियाना का चुनाव अपने बेहतर सेहत केलिए जरूर करें।
दिमाग में सूजन के वक़्त किस जांच का करें चुनाव ?
यदि हमारे दिमाग में सूजन की समस्या उत्पन होती हैं तो ऐसे में डॉक्टर हमे निम्नलिखित जाँच करवाने की सलाह देते हैं। जैसे-
- दिमाग का एमआरआई।
- सिर और गर्दन की जांच।
- सूजन के कारण कुछ ब्लड टेस्ट।
- न्यूरोलॉजितकल्स एग्जामिनेशन।
- सूजन का सही स्थान पता करने के लिए सीटी स्कैन।
इलाज क्या हैं, दिमागी सूजन से निजात पाने के ?
दिमागी सूजन का इलाज डॉक्टर मरीज़ की स्थिति को देख कर करना शुरू करते हैं। जिनमे से डॉक्टर के द्वारा चुने गए कुछ इलाज को हम निम्न में प्रस्तुत कर रहें हैं.
- हाइपोथर्मिया थेरेपी, की मदद से मरीज के शरीर के तापमान को कम करना, जिससे मस्तिष्क के सूजन को कम किया जा सके।
- सूजन में डॉक्टर ओस्मोथेरेपी करने का सुझाव देते हैं।
- मरीज़ की स्थिति गंभीर होने पर डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं।
- दवाइयां का इस्तेमाल करके डॉक्टर मरीज़ के दिमागी सूजन को कम करने में सहायक सिद्ध होते हैं।
यदि आप अपने दिमागी सूजन का इलाज और सर्जरी आधुनिक उपकरणों के साथ करवाना चाहते हैं। तो बिना समय गवाए झवार न्यूरो हॉस्पिटल का चुनाव करें और खुद को सेहतमंद और दिमागी तौर से तंदरुस्त रखें।
निष्कर्ष :
दिमागी डॉक्टर सुखदीप सिंह झावर का कहना हैं कि यदि व्यक्ति में दिमागी सूजन के हलके लक्षण भी दिखाई दे तो मरीज़ को सतर्कता के साथ अपने नज़दीकी दिमागी डॉक्टर का चुनाव समय पर कर लेना चाहिए। नहीं तो यह मामूली सी सूजन कई बार मौ-त को भी आवाहन दे देती हैं।