मासिक रोग क्यों होता हैं ?
- मानसिक रोग क्यों होता हैं का पता लगाना मुश्किल है, लेकिन हा कुछ लोगो का मानना हैं कि ये अत्यधिक तनाव की वजह से, समय सर खाना न खाने की वजह से,और गहन सोच की वजह से होता हैं .
- अपने भविष्य को लेकर अत्यन चिंता भी कही ना कही मानसिक बीमारी को उत्पन करती हैं
न्यूरोलॉजिस्ट कौन होते हैं ?
- न्यूरोलॉजिस्ट मस्तिष्क के उपचार के क्षेत्र में काम करता है। बता दे कि जो न्यूरोलॉजिस्ट होते हैं वे मस्तिष्क, स्पाइनल कॉर्ड, नसों तथा मांसपेशियों की स्थिति पर नजर भी ऱखते है और उनके रोगों की पहचान कर उनका निदान भी करते है।
- न्यूरोलॉजिस्ट तकरीबन मानसिक उत्पीड़ा से शिकार लोगो की मदद करते हैं और अगर कोई व्यक्ति इस उत्पीड़न का शिकार है तो उसे लुधियाना में ही बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट से जरूर सलाह लेनी चाहिए .
लक्षण क्या हैं मानसिक बीमारी के ?
यदि आपमें निम्नलिखित में से कुछ लक्षण दिखाई दे तो समझ लेना की आपको एक अच्छे न्यूरोलॉजिस्ट के पास जानें की जरूरत हैं….
- मांसपेशियों की थकान
- पूरे सिर में भारीपन का लगातार अहसास होना
- संवेदनाओं या भावनाओं में बदलाव
- संतुलन के साथ कठिनाइयाँ
- सिर दर्द
- भावनात्मक भ्रम
- लगातार चक्कर आना
न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरोसर्जन में फर्क :
कुछ लोग न्यूरोसर्जन और न्यूरोलॉजिस्ट में फर्क को लेकर काफी गहन सोच में पड़े रहते हैं तो बता दे की आपके इस चिंतन का समाधान भी आज के इस लेखन में हम प्रस्तुत करेंगे, ताकि आपको परेशानी न हो और समय रहते आप अपना इलाज किसी अच्छे न्यूरोलॉजिस्टसे से करवा सको….,,
- बता दे कि जो एक न्यूरोलॉजिस्ट होते है वो मिर्गी, अल्जाइमर रोग, परिधीय तंत्रिका विकार और एएलएस जैसी न्यूरोलॉजिकल स्थितियों के इलाज में रुचि रखते हैं।
- तो वही दूसरी ओर, न्यूरोसर्जन मस्तिष्क की चोटों, ट्यूमर को हटाने और दीर्घकालिक बीमारियों वाले लोगों पर सर्जिकल ऑपरेशन करने के योग्य हैं।
इलाज क्या हैं अगर हम मानसिक उत्पीड़न से गुज़र रहे हो तो ?
- खुद को सकारात्मक रखें
- वह कार्य करे जिससे आपको ख़ुशी मिले
- सदाबहार गाने सुने
- खुद की डाइट का ध्यान रखे
- अपने प्राथमिक चिकित्सक से सलाह लेकर अच्छे न्यूरोलॉजिस्ट के पास जरूर जाए
शैक्षिक योग्यता क्या होनी चाहिए एक न्यूरोलॉजिस्ट व न्यूरोसर्जन की:
यहाँ एक बात गौरतलब करने योग्य है कि एक न्यूरोलॉजिस्ट और एक न्यूरोसर्जन के बीच के अंतर को समझने के लिए, आवश्यक डिग्री और विशेषज्ञता में अंतर को समझना सबसे पहले आवश्यक है….
- बता दे कि एक न्यूरोलॉजिस्ट बनने के लिए चार साल के प्री-मेडिकल स्कूल की आवश्यकता होती है, इसके बाद न्यूरोलॉजी में मेडिकल डिग्री और मूवमेंट, स्ट्रोक आदि में अतिरिक्त प्रशिक्षण की आवश्यकता भी होती है।
- तो वही दूसरी और न्यूरोसर्जन बनने का शैक्षिक मार्ग अधिक विस्तृत है, जिसके लिए चार साल के प्री-मेडिकल स्कूल और चार साल के मेडिकल स्कूल की आवश्यकता होती है। अन्य बातों के अलावा, न्यूरोसर्जन को यह सीखना चाहिए कि रीढ़ और परिधीय नसों पर कैसे काम करना चाहिए
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निष्कर्ष :
यदि आप पंजाब के वासी है तो एक बार डॉ. सुखदीप सिंह झावर न्यूरोलॉजिस्ट से जरूर मिलें जो कि लुधियाना और फगवाड़ा में भी OPD करते है, यहाँ पर जरूर आए लेकिन अपने प्राथमिक चिकित्सक से सलाह लेकर ताकि आपको आपकी बीमारी का पता हो और उसका इलाज भी जल्दी हो सके और आपको परेशानी भी ज्यादा न हो और बता दे कि आप अपनी बीमारी के इलाज कि सलाह यहाँ के स्पेशलिस्ट डॉ. सुखदीप सिंह झावर से ले सके ,क्युकी इन्हें इस बीमारी के जाने माने चिकित्सक के रूप में जाना जाता हैं |