ऐसी कई बीमारियां हैं, जो आपके दिमाग के कामों को प्रभावित करती हैं। आपको बता दें कि अल्जाइमर रोग को भी इस श्रेणी में शामिल किया जाता है। आमतौर पर बहुत ज्यादा उम्र के लोगों में अल्जाइमर जैसी बीमारी के लक्षण देखने को मिलते हैं। पर आमतौर पर युवा लोगों में भी इस समस्या को देखा जा सकता है। आपको बता दें कि यह एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जो कि धीरे-धीरे व्यक्ति के दिमाग के कामकाज को कमजोर कर देता है। दरअसल इस में धीरे-धीरे एक व्यक्ति की याददाश्त, सोच और साथ ही व्यवहार प्रभावित होता है। पर बहुत से लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं, कि अल्जाइमर की समस्या नींद की गुणवत्ता और पैटर्न पर भी अपना गहरा प्रभाव डालती है।
माना जाता है, कि अल्जाइमर से पीड़ित लोगों को अक्सर नींद न आने की समस्या होती है या फिर इसकी वजह से उनकी सोने और जागने की दिनचर्या में बदलाव देखने को मिलता है। आमतौर पर इस बीमारी वाले लोगों में ज्यादातर नींद की समस्या से जुड़े लक्षण देखने को मिलते हैं। तो आइये इस लेख के माध्यम से इसके डॉक्टर से इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं कि अल्जाइमर रोग एक व्यक्ति की नींद को कैसे प्रभावित करता है, इसके कारण, लक्षण और इससे निपटने के उपाय क्या हैं।
अल्जाइमर रोग और नींद के बीच में क्या कनेक्शन है?
बता दें कि अल्जाइमर रोग और नींद के बीच में एक गहरा संबंध होता है। आमतौर पर दिमाग आपके सोने और जागने के चक्र को नियंत्रित करता है और अल्जाइमर रोग आपके दिमाग की कार्यप्रणाली को खराब कर देता है। जिसकी वजह से यह साइकिल असंतुलित हो जाता है। इसके परिणामस्वरूप मरीजों को अक्सर नींद आने में परेशानी होती है, रात के समय में बार-बार आँख खुलना, सुबह बहुत जल्दी उठ जाना या फिर दिन में बहुत ज्यादा सोना और इसके साथ ही रात को भ्रमित हो जाना जैसी समस्याएं होने लगती हैं। आपको बता दें कि नींद की कमी के कारण व्यक्ति की याददाश्त और सोचने की क्षमता और भी ज्यादा कमजोर हो सकती है, जिसकी वजह से अल्जाइमर की समस्या के लक्षण तेजी से बढ़ सकते हैं।
अल्जाइमर रोग में नींद से जुड़ी प्रमुख समस्याएं
- अनिद्रा
आमतौर पर इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को रात में बिलकुल नींद नहीं अति है या फिर बहुत देर बाद नींद आती है। इस समस्या से पीड़त मरीज कभी-कभी पूरी रात जागते रहते हैं।
- बार-बार नींद से जागना
इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति की नींद में बार-बार रुकावट आती है। बता दें की इस दौरान व्यक्ति बार-बार उठकर इधर उधर चलने लगता है, जिसकी वजह से उसको बहुत ज्यादा थकान और चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है।
- दिन में अधिक नींद आना
दरअसल इस समस्या दौरान व्यक्ति की रात की नींद खराब होने की वजह से, उसको दिन में नींद आना शुरू हो जाता है। आमतौर पर जिसकी वजह से व्यक्ति की नींद का चक्र और भी ज्यादा बिगड़ता है।
- संडाउनिंग सिंड्रोम
आपको बता दें कि यह एक इस तरह की स्थिति है, जिसमें अल्जाइमर से पीड़ित व्यक्ति ज्यादातर शाम के समय में बहुत ज्यादा बेचैन, भ्रमित और आक्रामक हो जाता है। आमतौर पर ये लक्षण शाम के वक्त और ज्यादा तेज़ हो जाते हैं और इसके साथ ही व्यक्ति की नींद को और ज्यादा प्रभावित करते हैं।
- नींद से जुड़ी अन्य बीमारियां
आमतौर पर इस समस्या के दौरान नींद से जुड़ी अन्य बीमारियां जैसे कि, स्लीप एपनिया, रेस्टलेस लेग सिंड्रोम जो कि अल्जाइमर की समस्या से पीड़ित रोगियों में ज्यादा देखी जाती हैं।
अल्जाइमर रोग में नींद बिगड़ने के मुख्य कारण
- दिमाग की बनावट में बदलाव
अल्जाइमर में दिमाग के वो हिस्से जो आमतौर पर नींद को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका को निभाते हैं, जैसे कि हाइपोथैलेमस प्रभावित हो जाते हैं।
- मेलाटोनिन हार्मोन में गिरावट
मेलाटोनिन दरअसल एक नींद लाने वाला हार्मोन है और आपको बता दें की अल्जाइमर की समस्या से पीड़ित रोगियों में इसकी मात्रा बहुत ज्यादा कम हो जाती है। जिसकी वजह से एक व्यक्ति को नींद आने में बहुत ज्यादा परेशानी होती है।
- याददाश्त की कमी
इस समस्या से पीड़ित रोगी को समय, स्थान और व्यक्ति की पहचान करने में बहुत ज्यादा दिक्कत होती है, जिसकी वजह से रोगी को रात के समय में चिंता और घबराहट काफी ज्यादा बढ़ जाती है और नींद में रुकावट आने लगती है।
- दवाइयों का असर
आपको बता दें कि कुछ मानसिक या फिर शारीरिक रोगों की दवाएं भी नींद पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं, जिसकी वजह से नींद प्रभावित हो सकती है।
अल्जाइमर रोग के लक्षण
- व्यक्ति की याददाश्त कम हो जाना।
- बातों को बहुत जल्दी भूलने लगना।
- सही शब्द का याद न आना।
- रोजमर्रा के कामों को करने में कठिनाई होना।
- समय और जगह की पहचान करने में भ्रम होना।
- फैसला लेने में परेशानी होना।
- चीज़ों को गलत जगह पर रख देना और भूल जाना।
- स्वभाव और मूड में बदलाव होना।
- सामाजिक गतिविधियों में दिलचस्पी बहुत कम होना।
- इस दौरान व्यक्ति का बार-बार एक ही सवाल पूछना।
अल्जाइमर की समस्या से पीड़ित व्यक्ति की नींद सुधारने के उपाय
- अल्जाइमर की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को अपनी नींद सुधरने के लिए हर दिन एक ही समय पर सोना और उठना बहुत जरूरी है।
- इस दौरान आपको सोने से पहले शांत और आरामदायक गतिविधियों को करना चाहिए।
- इस समस्या के समय बेडरूम में कम रोशनी रखें, ताकि आपको अच्छी नींद आये।
- अपनी नींद में सुधार करने के लिए आपको तेज आवाज और टीवी से दूरी बना कर रखना बहुत जरूरी है।
- इस समस्या से बचने के लिए कैफीन और शुगर युक्त चीजों से अपना बचाव करें।
- आमतौर पर इस दौरान इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति सोने से पहले किसी भी तरह की हैवी एक्सरसाइज जैसे भारी एक्सरसाइज को बिलकुल भी न करें।
- इस दौरान नींद में सुधार करने के लिए आप हल्का गर्म दूध या फिर कैमोमाइल टी का सेवन कर सकते हैं।
निष्कर्ष
हमारे सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए और एक अच्छा, तनाव रहित जीवन जीने के लिए नींद काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं। पर कई बार कुछ रोगों जैसे कि अल्जाइमर जैसी समस्याओं के कारण यह बुरे तरीके से प्रभावित हो सकती है। अल्जाइमर एक तरह का डिसऑर्डर है, जो पीड़ित रोगी की केवल याददाश्त को ही नहीं, बल्कि नींद, व्यवहार, सोच और दिमाग के कामों को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। अल्जाइमर रोग और नींद के बीच एक गहरा संबंध है, जो दिमाग के उन हिस्सों को प्रभावित करता है, जो नींद और जागने के समय को नियंत्रित करते हैं। इस से पीड़ित मरीज को अनिद्रा, बार-बार नींद से जागना, दिन में अधिक नींद आना, और संडाउनिंग सिंड्रोम होना जैसी समस्यायों का सामना करना पड़ता है। अल्जाइमर रोग में नींद बिगड़ने के मुख्य कारण, दिमाग की बनावट में बदलाव होना और मेलाटोनिन हार्मोन में गिरावट होना आदि होते हैं। हर दिन एक ही समय पर सोना और उठना, सोने से पहले भारी एक्सरसाइज करने से बचना और कैफीन और शुगर युक्त चीजों से दूर रहना आदि जैसे उपायों अपनाकर अल्जाइमर से प्रभावित व्यक्ति अपनी नींद में सुधार कर सकता है। समय पर नींद से जुड़ी समस्याओं की पहचान करके और सही प्रबंधन से मरीज के जीवन की गुणवत्ता को अच्छा बनाया जा सकता है। अगर आपको भी अल्जाइमर जैसी कोई समस्या है, जो आपकी नींद में बाधा डालती है और आप इस से काफी ज्यादा परेशान हैं और इसका समाधान चाहते हैं, तो आप आज ही झावर न्यूरो अस्पताल में जाकर आपकी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1. अल्जाइमर की समस्या क्यों होती है?
दरअसल इसके सटीक कारण अभी तक किसी को पूरी तरीके से समझ में नहीं आए हैं, पर ऐसा माना जाता है कि यह समस्या आनुवंशिक, जीवन शैली और पर्यावरणीय कारकों की वजह से होती है।
प्रश्न 2. नींद से जुड़ी परेशानी क्यों होती है?
आम तौर पर एक व्यक्ति को नींद से जुड़ी समस्याएं कई कारणों से हो सकती हैं, जिसमें खराब नींद की आदतें, मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, मेडिकल कंडीशन, और तनाव आदि शामिल हैं।
प्रश्न 3. रात को नींद नहीं आने पर क्या करना चाहिए?
आपको बता दें कि रात को नींद ना आने पर आपको रोजाना मेडिटेशन, योग, एक्सरसाइज और संतुलित सुपाच्य भोजन का सेवन करना चाहिए।